Wind Power Plant -Working ,Advantages

Wind Power Plant

भारत में गैर-पारम्परिक ऊर्जा स्रोतों में पवन ऊर्जा (Wind Power Plant) का प्रमुख स्थान है। पवन ऊर्जा एक ऐसे स्रोत के रूप में उभर कर आयी है, जो ऊर्जा की आवश्यकता व उपलब्धता के मध्य के अन्तर को कम करने में सहायक होगी।

सूर्य से आने वाली ऊष्मीय ऊर्जा के कारण वातावरण का कुछ भाग गर्म हो जाता है, जिससे वायु गर्म होकर ऊपर उठती है व उसका स्थान ठण्डी वायु ले लेती है और यही प्रक्रिया निरन्तर चलती रहती है। इस कारण ही वायु के विशाल द्रव्यमान के चलने के कारण इसमें गतिज ऊर्जा होती है, जिसे पवन ऊर्जा कहते हैं।

इस ऊर्जा का उपयोग मुख्यतः बिजली बनाने व कुएँ से पानी पम्प करने में किया जाता है। पवन ऊर्जा आधारित उपकरण मापक यन्त्र एवं ऊर्जा परिवर्तक है। ऊर्जा परिवर्तक के अन्तर्गत पवन चक्की एवं पवन टरबाइन जनित्र आते हैं।

वायु टरबाइन (wind turbine) द्वारा प्राप्त पवन ऊर्जा को विद्युत ऊर्जा में बदलना सौर ऊर्जा की अपेक्षा सरल कार्य है। इस कार्य हेतु पवन चक्की प्रयोग की जाती है जोकि विभिन्न प्रकार की होती है; जैसे-मल्टी ब्लेड्स पवन चक्की, सैल टाइप पवन चक्की, डच टाइप पवन चक्की, डेरियस पवन चक्की इत्यादि।

Wind Power Plant मे पवन चक्की के साथ विद्युत जनित्र (generator) को जोड़कर सीधे ही वायु टरबाइन की घूर्णन गति अर्थात् पवन ऊर्जा को विद्युत ऊर्जा में परिवर्तित किया जा सकता है।

यह क्रिया तभी सम्भव है, जब वायु का प्रवाह टरबाइन के ब्लेड्स के विपरीत हो तथा ब्लेड्स एक ही अक्ष पर घूर्णन करने लगे।

Main Parts of Wind Energy Power Plant

  1. पवन चक्की शीर्ष (Wind mill head)
  2.  रोटर टरबाइन (Rotor turbine)
  3. जनित्र (Generator)
  4.  सपोर्टिंग संरचना (Supporting structure)
  5.  नियन्त्रक (Controller)

1. पवन चक्की शीर्ष (Wind mill head)

यह भाग रोटर की हाउसिंग तथा रोटर की बियरिंग को सहारा (support) देता है। इसके अतिरिक्त कुछ नियन्त्रण यन्त्रावलियों की हाउसिंग के लिए स्थान भी उपलब्ध कराता है। यह सभी दिशाओं में कार्य कर सकता है।

2. रोटर टरबाइन (Rotor turbine)

Wind Power Plant मे रोटर टरबाइन पवन चक्की का महत्त्वपूर्ण भाग होता है। मशीनों में रोटर का लाभ यह है कि पवन गति की सभी दिशाओं में मशीन कार्य करती है।

3. जनित्र (Generator)

जनित्र विद्युत ऊर्जा का उत्पादन करता है। वायु जनित्र प्रणालियों के लिए समकालिक जनित्र उपयुक्त होते हैं, क्योंकि यह बहुउपयोगी और बड़े आकार वाले होते हैं। अतः स्थिर गति के लिए प्रेरण या स्थिर चुम्बकीय प्रकार के जनित्र का उपयोग किया जाता है।

4. सपोर्टिंग संरचना (Supporting structure)

Wind Power Plant मे पवन चक्की के सपोर्ट के लिए विभिन्न सपोर्ट टावरों का उपयोग किया जाता है: जैसे-कैंची टावर, पोल टावर, प्रबलित कंक्रीट टावर, शैल ट्यूब टावर इत्यादि।

5. नियन्त्रक (Controller)

वायु टरबाइन जनित्र के लिए नियन्त्रण प्रणाली का कार्य रोटर की स्थिति व यन्त्र को स्टार्ट व बन्द करना है। नियन्त्रण प्रणाली में सेन्सर, निर्णायक तत्व, प्रेरक आदि अवयव होते हैं।

Advantages of Wind Power Plant

  1. इस ऊर्जा का भण्डार असीमित है।

  2. यह वायु प्रदूषण नहीं फैलाती है।

  3. पवन, ऊर्जा का स्रोत मितव्ययी है।

Disadvantages of Wind Power Plant

  1.  पवन ऊर्जा, पवन के बहने की गति पर निर्भर करती है। यदि पवन धीरे-धीरे बह रही है, तो पवन ऊर्जा से प्राप्त शक्ति कम होगी।
  2. पवन ऊर्जा फार्म बनाने में अधिक व्यय आता है।
  3. पवन चक्की से आकाश में उड़ने वाले पक्षियों को खतरा रहता है।

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