ITI Electrician : Calculate color code resistor -NCVT Online Exam

ITI Electrician : Calculate color code resistor -NCVT Online Exam

ITI Electrician के लिए रंग कोड से प्रतिरोधक का मान निकालना (Calculate color code resistor) एक बहुत जरूरी कौशल है। नीचे NCVT Online Exam की तैयारी के लिये आसान तरीके से समझाया गया है 

Table of Content

पदार्थों का वह स्वाभाविक गुण, जिसके कारण वह स्वयं में से प्रवाहित होने वाली विद्युत धारा के प्रवाह का विरोध करते हैं, प्रतिरोध कहलाता है। प्रतिरोध का प्रतीक R एवं मात्रक ओम  है।

इसे मापने के लिए ओममीटर का प्रयोग किया जाता है। वह पदार्थ जो प्रतिरोध का गुण प्रदर्शित करता है, प्रतिरोधक कहलाता है। प्रतिरोध को निम्न प्रतीकों द्वारा व्यक्त किया जाता है-

🌟 प्रतिरोधक के प्रकार (Types of Resistors)

प्रतिरोधक (Resistors) मुख्यतः दो प्रकार के होते हैं:

  1. कार्बन प्रतिरोधक (Carbon Resistors)
  2. वायर-वाउंड प्रतिरोधक (Wire-wound Resistors)

🔹 1. कार्बन प्रतिरोधक (Carbon Resistors)

कार्बन अथवा ग्रेफाइट के महीन चूर्ण को एक उपयुक्त अचालक (Insulating) एवं बन्धक (Binding) पदार्थ के साथ मिलाकर कार्बन प्रतिरोधक तैयार किए जाते हैं। ये प्रतिरोधक अत्यधिक ताप संवेदी (Temperature Sensitive) होते हैं, इसलिए इनका उपयोग केवल नियत एवं निम्न तापमान वाले अनुप्रयोगों में किया जाता है।

ITI Electrician Corbon Resistor for ncvt online exam

संरचना के मुख्य भाग:

  • रंगीन पट्टियाँ (Resistance Color Code)
  • संयोजक तार (Connecting Leads)
  • इन्सुलेटिंग कोटिंग

👉 कार्बन प्रतिरोधक दो प्रकार के होते हैं:

  •  नियत मान प्रतिरोधक (Fixed Value Resistor)
  • परिवर्ती मान प्रतिरोधक (Variable Value Resistor)

(i) नियत मान प्रतिरोधक (Fixed Value Resistor)

  • इन रजिस्टरों को बनाने के लिए कार्बन चूर्ण एवं बन्धक पदार्थ से बनी लेई (Paste) को पतली छड़ों के रूप में ढाल दिया जाता है।

  • फिर आवश्यक प्रतिरोध मान के अनुसार छड़ों को टुकड़ों में काटा जाता है।

  • प्रत्येक टुकड़े के दोनों सिरों पर धातु की टोपी लगाई जाती है, जिसमें टिन-लेपित ताँबे के संयोजक तार जोड़े जाते हैं।

  • ये रजिस्टर 1 ओम से 20 मेगा ओम तक के प्रतिरोध और 1/8 वाट से 2 वाट तक के पावर रेटिंग में बनाए जाते हैं।

(ii) परिवर्ती मान प्रतिरोधक (Variable Value Resistor)

iti electrician variable corbon resistor for ncvt online exam
  • इसमें कार्बन चूर्ण और बन्धक पदार्थ से बनी लेई को वक्राकार पट्टी (Curved Strip) के रूप में ढाला जाता है।

     

  • इस पट्टी को एक उपयुक्त अचालक आधार (insulating base) पर मजबूती से कस दिया जाता है, तथा इसके दोनों सिरों पर संयोजक तार (connecting leads) जोड़े जाते हैं।

     

  • पट्टी पर एक चल भुजा (Movable Arm / Wiper) लगाई जाती है, जिससे मध्य संयोजक के साथ संपर्क बना रहता है।

     

  • इस तरह मध्य संयोजक और किसी एक सिरे के बीच का प्रतिरोध मान बदला जा सकता है।
  • ये प्रतिरोधक 100 ओम से 5 मेगा ओम तक के प्रतिरोध और 0.05 वाट से 0.25 वाट तक के पावर रेटिंग में उपलब्ध होते हैं।

🔹 2. वायर-वाउंड प्रतिरोधक (Wire Wound Resistor)

वायर-वाउंड प्रतिरोधक एक प्रकार का स्थायी प्रतिरोधक होता है, जिसे विशेष मिश्र धातुओं जैसे यूरेका (Eureka) या मैगनिन (Manganin) के महीन तारों से बनाया जाता है। इन तारों को चीनी मिट्टी (Ceramic), सेरामिक या बैकेलाइट से बने बेलनाकार पाइप या शीट पर सावधानीपूर्वक लपेटा जाता है।

इन प्रतिरोधकों की धारा वहन क्षमता (Current Carrying Capacity) और पावर रेटिंग (Wattage), कार्बन प्रतिरोधकों की तुलना में कहीं अधिक होती है। इसलिए ये उच्च ताप और उच्च करंट वाले अनुप्रयोगों में प्रयुक्त होते हैं।

✅ संरचना के घटक (Main Components):

  • 🔸 प्रतिरोधक तार (Resistive Wire) – यूरेका या मैगनिन मिश्रधातु का बना
  • 🔸 अधार (Core/Base) – सेरामिक, बैकेलाइट या चीनी मिट्टी
  • 🔸 संयोजक तार (Connecting Leads) –  ताँबे के

🔸 वायर-वाउंड प्रतिरोधक के प्रकार:

(i) नियत मान प्रतिरोधक (Fixed Value Resistor)

iti electrician wire wound resistor
  • इस प्रकार के प्रतिरोधकों का मान तय होता है और इसे बदला नहीं जा सकता।
  • इन्हें ऊपर वर्णित विधि से बनाया जाता है।
  • ये रजिस्टर 0.1 ओम से 50 किलोओम तक के प्रतिरोध और 1 वाट से 50 वाट तक के पावर रेटिंग में उपलब्ध होते हैं।
  • औद्योगिक अनुप्रयोगों के लिए 50 वाट से अधिक पावर वाले प्रतिरोधक भी बनाए जाते हैं।

(ii) परिवर्ती मान प्रतिरोधक (Variable Value Resistor)

iti electrician variable resistor
  • यह प्रकार उपयोगकर्ता को प्रतिरोध मान को आवश्यकतानुसार बदलने की सुविधा देता है।
  • इन्हें सामान्यतः 5 ओम से 5 किलोओम तक के प्रतिरोध और 1 वाट से 50 वाट तक की पावर रेटिंग में निर्मित किया जाता है।

🎯 प्रतिरोध मान अंकन (Marking of Resistance Value)

नियत मान कार्बन प्रतिरोधकों को छोड़कर अधिकांश अन्य प्रतिरोधकों पर उनका रेजिस्टेंस मान (Resistance Value), पावर रेटिंग (Power Rating) आदि को सीधे अंकों और अक्षरों के माध्यम से उनकी बॉडी पर अंकित किया जाता है।

चूंकि नियत मान कार्बन प्रतिरोधक बहुत छोटे होते हैं, इसलिए उन पर नंबर या अक्षर से मान लिखना मुश्किल होता है। ऐसे छोटे आकार में लिखा गया मान पढ़ना भी कठिन होता है, जिससे सही प्रतिरोधक को पहचानना मुश्किल हो जाता है।”

इन्हीं कारणों से इन प्रतिरोधकों पर प्रतिरोध मान दर्शाने के लिए ‘रंग कोडिंग प्रणाली’ (Color Coding Method) का प्रयोग किया जाता है।”

🔸 प्रतिरोध मान अंकन की दो प्रमुख विधियाँ (Methods of Marking):

प्रतिरोधकों पर मान अंकित करने की निम्न विधियाँ हैं-

1. विभिन्न रंगों के द्वारा By Different Colours

1️⃣ बैण्ड टाइप (Band Type)

इस विधि में प्रतिरोधक की बॉडी पर एक किनारे से चार रंगीन पट्टियाँ बनाई जाती हैं। ये पट्टियाँ निम्नलिखित जानकारी प्रदान करती हैं:

iti electrician band type resistor
पट्टी (Band) अर्थ (Meaning)
पहली पट्टी
प्रतिरोध मान का पहला अंक (1st Digit)
दूसरी पट्टी
प्रतिरोध मान का दूसरा अंक (2nd Digit)
तीसरी पट्टी
गुणक (Multiplier – कितने शून्य जोड़ें)
चौथी पट्टी
सहन सीमा (Tolerance – % में त्रुटि सीमा)

2️⃣ बॉडी टाइप (Body Type)

यह एक पुरानी विधि है जो अब कम प्रचलित है। इसमें पूरे प्रतिरोधक की बॉडी व भागों को रंगों से दर्शाया जाता है:

रंग स्थान अर्थ (Meaning)
बॉडी का रंग
प्रतिरोध मान का पहला अंक
एक सिरे का रंग
दूसरा अंक
वृत्ताकार बिन्दी (Dot)
गुणक (Multiplier)
आयताकार चिन्ह
सहन सीमा (Tolerance)

📌 यह प्रणाली आजकल बहुत कम उपयोग में आती है और इसे आधुनिक ‘बैण्ड टाइप’ ने लगभग पूरी तरह से प्रतिस्थापित कर दिया है।

📊 रंग कोड तालिका (Color Code Table)

🔹 रंग (Color) पहली पट्टी के लिये मान दूसरी पट्टी के लिये मान तीसरी पट्टी के लिये मान (Multiplier) चौथी पट्टी के लिये मान सहनशीलता (Tolerance)
⚫ काला (Black)
शून्य (0)
शून्य (0)
×1 (10⁰)
🟤 भूरा (Brown)
1
1
10¹
±1%
🔴 लाल (Red)
2
2
10²
±2%
🟠 नारंगी (Orange)
3
3
10³
🟡 पीला (Yellow)
4
4
10⁴
🟢 हरा (Green)
5
5
10⁵
±0.5%
🔵 नीला (Blue)
6
6
10⁶
±0.25%
🟣 बैंगनी (Violet)
7
7
10⁷
±0.1%
⚪ भूरा (Gray)
8
8
10⁸
±0.05%
⚪ सफेद (White)
9
9
10⁹
🟡🟨 सुनहरा (Gold)
0.1 (10⁻¹)
±5%
🪙 चाँदी (Silver)
0.01 (10⁻²)
±10%
— कोई नहीं (None)
±20%

🧠 कैसे याद रखें? (Mnemonic for Digits 0–9):

BB ROY Great Britain Very Good Worker “

👉 जहाँ:

  • B = Black (0)
  • B = Brown (1)
  • R = Red (2)
  • O = Orange (3)
  • Y = Yellow (4)
  • G = Green (5)
  • B = Blue (6)
  • V = Violet (7)
  • G = Gray (8)
  • W = White (9)

Calculate Color Code Resistor -ITI Electrician

iti electrician color code resistor

Example -

रंग पट्टियाँ:
🔴 (Red), 🟢 (Green), 🟡 (Yellow), 🟨 (Gold)

  • Red = 2
  • Green = 5
  • Yellow = ×10,000
  • Gold = ±5%

➡️ मान = 25 × 10,000 = 250,000Ω = 250kΩ ±5%

🔹 2. प्रत्यक्ष विधि द्वारा मान अंकन

1/2 वाट से 2 वाट तक के कुछ कार्बन प्रतिरोधकों पर उनका प्रतिरोध मान अंकों और अक्षरों के संयोजन द्वारा प्रत्यक्ष रूप से अंकित किया जाता है। इस पद्धति में दशमलव बिंदु के स्थान पर अक्षरों का उपयोग किया जाता है, जिससे प्रतिरोध के मान को छोटे आकार के प्रतिरोधकों पर भी संक्षिप्त एवं स्पष्ट रूप में प्रदर्शित किया जा सके।

🧠 प्रमुख प्रतीक (Symbols):

प्रतीक (Symbol) अर्थ (Meaning)
R
ओम (Ω)
k
किलोओम (kΩ = 10³ Ω)
M
मेगा ओम (MΩ = 10⁶ Ω)

📌 उदाहरण:

अंकित मान (Marking) वास्तविक मान (Actual Value)
R22
0.22 Ω
M2
M2 0.2 MΩ
1M5
1.5 MΩ

 यहाँ दशमलव (.) की जगह R, k या M को बीच में डालकर मान दर्शाया गया है — जैसे कि 1R8 = 1.8 Ω

ITI Electrician के लिए Resistor का महत्व -NCVT Online Exam में -NIMI

Resistor (प्रतिरोधक) एक ऐसा इलेक्ट्रॉनिक घटक है जो विद्युत धारा के प्रवाह का विरोध करता है। यह किसी सर्किट में धारा नियंत्रित करने, वोल्टेज विभाजित करने और तापीय सुरक्षा देने के लिए अत्यंत आवश्यक है। ITI Electrician ट्रेड में, Resistor का ज्ञान NCVT Online सैद्धांतिक परीक्षा (NCVT CBT) और प्रैक्टिकल दोनों में उपयोगी होता है।

AC और DC Current मे अंतर जानने के लिये यहा Click करे

FAQs -

4-बैंड रेज़िस्टर को कैसे पढ़ें?

4 बैंड वाले रेज़िस्टर को इस प्रकार पढ़ा जाता है:

  • पहला रंग = पहला अंक

  • दूसरा रंग = दूसरा अंक

  • तीसरा रंग = गुणक (multiplier)

  • चौथा रंग = टॉलरेंस

  • 5-बैंड रेज़िस्टर में पहला, दूसरा और तीसरा रंग अंकों को दर्शाता है, चौथा गुणक (multiplier) होता है और पाँचवां टॉलरेंस को।

  • 6-बैंड रेज़िस्टर में छठा रंग तापमान गुणांक (Temperature Coefficient) को दिखाता है (ppm/°C).

टॉलरेंस का मतलब है कि रेज़िस्टर की असली वैल्यू उसकी दर्शाई गई वैल्यू से कितनी प्रतिशत ऊपर या नीचे हो सकती है। जैसे कि 100Ω ±5% का मतलब है इसकी वैल्यू 95Ω से 105Ω के बीच हो सकती है।

नहीं, रेज़िस्टर को एक निर्धारित दिशा में पढ़ना होता है। आमतौर पर टॉलरेंस वाला बैंड (Gold/Silver) थोड़ी दूरी पर होता है, जिससे दिशा पता चलती है।

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