Essential 4 Types of Artificial Respiration You Must Know

Artificial Respiration Method

कृत्रिम श्वसन (Artificial Respiration) एक ऐसी जीवनरक्षक प्रक्रिया है, जिसका उपयोग तब किया जाता है जब किसी व्यक्ति की साँस रुक जाती है या वह स्वतः श्वास नहीं ले पा रहा होता। यह तकनीक शरीर में ऑक्सीजन की आपूर्ति बनाए रखने के लिए आवश्यक होती है ताकि मस्तिष्क और अन्य अंगों को नुकसान न हो।

यह प्रक्रिया विशेष रूप से डूबने, बिजली के झटके, हार्ट अटैक, गैस चोकिंग, या बेहोशी जैसी स्थितियों में प्रयोग की जाती है। यदि समय रहते कृत्रिम श्वसन दी जाए, तो यह किसी की जान बचा सकती है।

Silvester Method (सिलवेस्टर विधि)

Silvester विधि एक  कृत्रिम श्वसन (Artificial Respiration) की प्रक्रिया है जिसमें पीड़ित व्यक्ति के हाथों को आगे-पीछे करके उसके फेफड़ों में हवा भरने और निकालने का काम किया जाता है।

यह तकनीक आजकल ज्यादा प्रचलित नहीं है, लेकिन यह कुछ परिस्थितियों में mouth-to-mouth की जगह उपयोगी हो सकती है, जैसे:

  • जब मुंह से मुंह साँस देना संभव नहीं हो
  • कई पीड़ित हों और संसाधन सीमित हों
  • बचावकर्ता को मुंह से साँस देने में असहजता हो

Silvester Method करने की विधि

✅ Step 1: व्यक्ति को सही पोजीशन में लिटाएं

  • पीड़ित को सीधे पीठ के बल लेटाएं
  • एक रोल किया हुआ कपड़ा या तकिया कंधों के नीचे रखें ताकि सिर पीछे झुक जाए और एयरवे खुल जाए।

✅ Step 2: अपने घुटनों के बल बैठें

  • पीड़ित के सिर के पीछे बैठ जाएं ताकि आप उसके दोनों हाथों को पकड़ सकें।

✅ Step 3: हाथों को ऊपर उठाना (Inhalation = सांस अंदर लेना)

  • दोनों हाथों को कंधे के पास से पकड़ें और सिर की ओर ऊपर उठाएं
  • इससे छाती फैलती है और फेफड़ों में हवा जाती है।
  • इसे लगभग 2 सेकंड तक करें

✅ Step 4: हाथों को छाती पर दबाना (Exhalation = सांस बाहर निकालना)

  • अब दोनों हाथों को धीरे से छाती पर वापस लाएं और थोड़ा दबाव डालें ताकि हवा बाहर निकले।
  • इसे भी 2 सेकंड तक करें

Step 5: दोहराएं

  • इस प्रक्रिया को हर 4-5 सेकंड में दोहराएं यानी लगभग 12–15 बार प्रति मिनट

⏱️ कब तक करें?

  • जब तक व्यक्ति खुद से सांस लेना शुरू न कर दे
  • अगर संभव हो तो mouth-to-mouth या CPR को प्राथमिकता दें, क्योंकि वे ज्यादा प्रभावी हैं।
  • Silvester method उन जगहों पर कारगर हो सकती है जहां कोई और विकल्प नहीं है।

Shaffer Method (शैफ़र विधि)

Shaffer Method Artificial Respiration की मैनुअल तकनीक है जिसमें पीड़ित को पेट के बल लिटाकर छाती को दबाने के माध्यम से सांस लेने की प्रक्रिया दोहराई जाती है।

 इसे कभी-कभी “Prone Pressure Method” भी कहा जाता है।

✅ Shaffer Method का उद्देश्य:

डूबे हुए व्यक्ति या दम घुटने की स्थिति में फेफड़ों से पानी या हवा निकालना और फिर ऑक्सीजन अंदर भेजना।

🧑‍⚕️ Shaffer Method करने की विधि (Steps in Hindi)

🟢 Step 1: स्थिति तय करें

  • पीड़ित को पेट के बल (prone position) लिटाएं।
  • सिर एक तरफ मोड़ दें ताकि मुँह और नाक खुली रहें।
  • दोनों हाथ सिर के नीचे या बगल में रखे जा सकते हैं।

🟢 Step 2: स्थिति लें

  • आप पीड़ित के lower back के पास घुटनों के बल बैठें

🟢 Step 3: छाती पर दबाव डालें (Exhalation = सांस बाहर)

  • दोनों हाथों की हथेलियों को पीड़ित की पीठ के निचले हिस्से पर रखें (रिब्स के नीचे)।
  • धीरे-धीरे आगे की ओर झुकते हुए छाती पर नियमित दबाव डालें ताकि फेफड़ों से हवा बाहर निकले।

🟢 Step 4: दबाव हटाएं (Inhalation = सांस अंदर)

  • अपने शरीर को पीछे झटकें और हाथों का दबाव पूरी तरह हटा दें।
  • इससे फेफड़े स्वतः फैलेंगे और हवा अंदर जाएगी।

🔁 Step 5: दोहराएं

यह चक्र हर 4-5 सेकंड में दोहराएं यानी 12-15 बार प्रति मिनट

⏱️ कब तक करें?

  • जब तक व्यक्ति खुद से सांस लेना न शुरू कर दे
  • या जब तक चिकित्सकीय सहायता न पहुँच जाए

⚠️ सावधानियाँ:

  • पीड़ित के मुँह और नाक को खुले और साफ रखें।
  • छाती पर दबाव धीरे और नियंत्रित तरीके से डालें।
  • रीढ़ की हड्डी को हिलाएं नहीं, खासकर यदि चोट की आशंका हो।

Mouth-to-Mouth Respiration (मुँह से मुँह श्वसन) एक कृत्रिम श्वसन (Artificial Respiration) की तकनीक है, जिसका प्रयोग तब किया जाता है जब कोई व्यक्ति साँस लेना बंद कर देता है और उसे तुरंत ऑक्सीजन की ज़रूरत होती है।

❓ कब ज़रूरत पड़ती है?

  • बिजली का झटका लगने पर
  • दम घुटने या गैस से बेहोशी की स्थिति में
  • हार्ट अटैक के बाद
  • एक्सीडेंट या बेहोशी की हालत में जब व्यक्ति साँस नहीं ले रहा हो
  • डूबने के बाद

✅ कैसे करें Mouth-to-Mouth Respiration

🟢 Step 1: सुरक्षा जांचें

  • पहले यह सुनिश्चित करें कि आप खुद सुरक्षित हैं
  • व्यक्ति को सपाट जगह पर पीठ के बल लिटाएं।

🟢 Step 2: एयरवे खोलें (Airway Open करें)

  • सिर को पीछे झुकाएं और ठुड्डी ऊपर उठाएं – इस तकनीक को Head Tilt, Chin Lift कहा जाता है।
  • यह वायुमार्ग (Airway) खोलने में मदद करता है।

🟢 Step 3: साँस और प्रतिक्रिया जांचें

  • सीने का उतार-चढ़ाव देखें।
  • मुँह के पास कान ले जाकर साँस की आवाज़ या गर्म हवा महसूस करें।

🟢 Step 4: मुँह से मुँह श्वसन दें

  • व्यक्ति की नाक को दो उंगलियों से बंद करें
  • अपना मुँह पूरी तरह से पीड़ित के मुँह पर रखें ताकि हवा बाहर न जाए।
  • धीरे-धीरे गहरी साँस फूंकें (लगभग 1 सेकंड तक)।
  • देखें कि छाती ऊपर उठ रही है या नहीं

🟢 Step 5: प्रक्रिया दोहराएं

  • हर 5 सेकंड में 1 बार (12 बार प्रति मिनट) साँस फूंकें।
  • CPR के साथ करें तो:
    👉 30 छाती के दबाव (compressions) + 2 साँसे
    यह चक्र बार-बार दोहराएं जब तक मदद न आ जाए या व्यक्ति होश में न आ जाए।

⚠️ महत्वपूर्ण सावधानियाँ:

  • अगर मुँह से साँस देना संभव न हो (जैसे चोट, मुंह बंद है), तो mouth-to-nose तरीका अपनाया जा सकता है।
  • यदि मुँह में कुछ अटका हो, तो पहले उसे हटाएं।
  • संक्रमित बीमारियों के डर से CPR मास्क का प्रयोग किया जा सकता है।

Mouth-to-Nose Respiration (मुँह से नाक के माध्यम से कृत्रिम श्वसन) भी एक बेहद जरूरी और प्रभावी तकनीक है, खासकर जब पीड़ित का मुँह किसी कारण से खुल नहीं पा रहा हो या गंभीर रूप से चोटिल हो।

👃 मुँह से नाक श्वसन (Mouth-to-Nose Respiration)

यह एक प्रकार का कृत्रिम श्वसन (Artificial Respiration) है, जिसमें बचावकर्ता पीड़ित के मुँह को बंद करके नाक में साँस फूंकता है ताकि फेफड़ों में ऑक्सीजन पहुँच सके।

✅ कब उपयोग करें?

  • जब मुँह चोटिल, टाइट बंद, या ब्लॉक हो।
  • जब mouth-to-mouth तकनीक संभव न हो।
  • छोटे बच्चों और नवजात शिशुओं में यह ज़्यादा सुरक्षित माना जाता है।

🧑‍⚕️ मुँह से नाक श्वसन कैसे दें?

🟢 Step 1: व्यक्ति को लिटाएं

  • पीड़ित को सीधे पीठ के बल लिटाएं।
  • सिर को पीछे की ओर झुकाएं और ठुड्डी को थोड़ा ऊपर उठाएं (Head Tilt – Chin Lift)।

🟢 Step 2: मुँह बंद करें

  • अपने हाथ से पीड़ित का मुँह बंद करें ताकि साँस बाहर न निकल सके।

🟢 Step 3: नाक में साँस दें

  • अपना मुँह व्यक्ति की नाक पर पूरी तरह से लगाए
  • धीरे-धीरे एक गहरी साँस फूंकें (लगभग 1 सेकंड तक)
  • देखें कि छाती ऊपर उठ रही है या नहीं

🟢 Step 4: साँस हटाएं और छाती गिरने दें

  • नाक से मुँह हटाएं और मुँह को थोड़ा खोलने दें, जिससे हवा बाहर जा सके।

🔁 Step 5: प्रक्रिया दोहराएं

  • हर 5 सेकंड में एक साँस दें (12 बार प्रति मिनट)।
  • अगर CPR कर रहे हैं तो:
    ➡️ 30 छाती दबाव (compressions) + 2 साँसे नाक से
    इस चक्र को तब तक दोहराएं जब तक व्यक्ति सांस न लेने लगे या मदद न पहुँचे।

⚠️ सावधानियाँ:

  • मुँह को अच्छी तरह से बंद रखें ताकि हवा नाक से ही अंदर जाए
  • यदि मुँह से भी साँस लीक हो रही है, तो मुँह को ठीक से बंद करें।
  • बच्चे या नवजात के लिए साँस बहुत धीरे और कम मात्रा में दें।

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