अंतर्राष्ट्रीय मानक IEC 60364 दो-अक्षर कोड – TN, TT, और IT का उपयोग करके Earthing System को तीन भागो में विभाजित करता है।
पहला अक्षर – विद्युत आपूर्ति (जनरेटर या ट्रांसफार्मर) और पृथ्वी के बीच संबंध को इंगित करता है
दूसरा अक्षर – मशीन के चालक भाग और पृथ्वी के बीच संबंध को इंगित करता है
BIS 7671 के अन्तर्गत अर्थिग प्रणालियों को वर्गीकृत किया जाता है। इसके अनुसार कुछ प्रमुख अक्षरों का प्रयोग किया जाता है, जो कि निम्नवत् है
- T – Earth(लैटिन: terra)
- I – Isolated
- N – Neutral
- S – Seperate
- C – Combine
TN नेटवर्क TN (earth-neutral) Network
इस नेटवर्क में प्रायः 3-फेज प्रणाली को स्टार प्वॉइण्ट में संयोजित किया जाता है। इस अर्थिग प्रणाली में जेनरेटर या ट्रांसफॉर्मर के एक प्वॉइण्ट को अर्थ से संवलि किया जाता है। वैद्युतिक युक्ति की बॉडी को अर्थ से जोड़ा जाता है और उस संयोजन को इस नेटवर्क के द्वारा ट्रांसफॉर्मर से संयोजित किया जाता है।
उपभोक्ता के वैद्युतिक इन्स्टॉलेशन के खुले हुए धात्विक भाग को संयोजित कार्य वाले चालक को प्रोटेक्टिव अर्थ (PE) कहा जाता है, जिसे चित्र में दर्शाया गय है। वह चालक जो स्टार प्वॉइण्ट को 3-फेज प्रणाली से संयोजित करता है. स न्यूट्रल (N) कहलाता है।
TT नेटवर्क T T (earth-earth) Network

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TT अर्थिग प्रणाली में उपभोक्ता के प्रोटेक्टिव अर्थ (PE) संयोजन को लोकल संयोजन द्वारा अर्थ उपलब्ध कराया जाता है। यह जेनरेटर में किसी भी प्रकत के अर्थिग से मुक्त होता है। इस नेटवर्क का मुख्य लाभ यह है कि यह भू-समर्थित उपकरण से न्यूट्रल तार के माध्यम से आने वाले उच्च व निम्न आवृत्ति शोर frequency noise) को रोकता है।
IT नेटवर्क IT (Isolated earth) Network
इस नेटवर्क में वैद्युतिक वितरण प्रणाली (electrical distribution system) के अर्थ से किसी भी प्रकार का कोई संयोजन नहीं होता है। इसका केवल उच्च प्रतिबाधा संयोजन ही होता है। इस प्रकार की प्रणाली में प्रतिबाधा को मॉनिटर करने हेतु एक मॉनिटरिंग युक्ति का प्रयोग किया जाता है।