Unlocking the Secrets: 5 Powerful Types of Magnetic Materials You Must Know

Types of magnetic material

चुंबकीय पदार्थ (Magnetic Material) मुख्यतः 3  प्रकार  के  होते हैं: डायमैग्नेटिक, पैरामैग्नेटिक और फेरोमैग्नेटिक। ये पदार्थ चुंबकीय क्षेत्र के प्रति अपनी प्रतिक्रिया के आधार पर वर्गीकृत किए जाते हैं। फेरोमैग्नेटिक पदार्थों में उच्च चुंबकत्व होता है, जबकि डायमैग्नेटिक पदार्थ चुंबकीय क्षेत्र से प्रतिकर्षित होते हैं।

🧲 चुंबकीय पदार्थों के विभिन्न प्रकार

चुम्बकशीलता के आधार पर चुम्बकीय पदार्थ को निम्न तीन वर्गों में वर्गीकृत किया जा सकता है-

1. प्रतिचुम्बकीय पदार्थ (Diamagnetic Materials)

किसी प्रबल चुम्बकीय क्षेत्र में रखे जाने पर जिन पदार्थों में चुम्बकीय गुण परतो नहीं आ पाते, परन्तु इनके साथ चुम्बकीय क्षेत्र की तीव्रता, पहले की अपेक्षा और घट जाती है, वे पदार्थ प्रतिचुम्बकीय पदार्थ (Diamagnetic Materials) कहलाते हैं ।

विशेषताएँ:

  • इन पदार्थों की चुम्बकशीलता इकाई से कम होती है।

  • ये पदार्थ बाहरी चुंबकीय क्षेत्र से दूर हटते हैं।

  • ये तापमान से प्रभावित नहीं होते।

  • जब चुंबकीय क्षेत्र हटाया जाता है, तो ये तुरंत अपने मूल अवस्था में लौट आते हैं।

उदाहरण:

  • बिस्मथ (Bismuth)
  • तांबा (Copper)
  • चांदी (Silver)
  • सीसा (Lead)
  • जल (Water)
  • हाइड्रोजन गैस (Hydrogen)

2. अनुचुम्बकीय पदार्थ (Paramagnetic Materials)

किसी प्रबल चुम्बकीय क्षेत्र में रखे जाने पर भी जिन पदार्थों में चुम्बकीय गुण उत्पन्न नहीं हो पाते, किन्तु उनमें से गुजरने वाले चुम्बकीय क्षेत्र का मान वायु की अनुपस्थिति के कारण बढ़ जाता है, अनुचुम्बकीय पदार्थ (Paramagnetic Materials) कहलाते हैं। 

विशेषताएँ:

  • इन पदार्थों की चुम्बकशीलता एक से अधिक होती है

  • ये पदार्थ बाहरी चुंबकीय क्षेत्र की दिशा में चुंबकित हो जाते हैं।

  • जैसे ही चुंबकीय क्षेत्र हटाया जाता है, चुंबकत्व समाप्त हो जाता है।

  • तापमान बढ़ने पर चुंबकत्व घटता है।

उदाहरण :

  • एल्यूमिनियम (Aluminium)
  • मैग्नीशियम (Magnesium)
  • टंगस्टन (Tungsten)
  • पोटैशियम (Potassium)
  • ऑक्सीजन (O₂)

किसी प्रबल चुम्बकीय क्षेत्र में रखे जाने पर जिन पदार्थों में चुम्बकीय गुण उत्पन्न हो जाते हैं, वे लौह चुम्बकीय पदार्थ (Ferromagnetic Materials) कहलाते हैं।

विशेषताएँ:

  • इन पदार्थों की चुम्बकशीलता इकाई से अधिक 1000 तक होती है;

  • चुंबकीय क्षेत्र के बिना भी यह चुंबकित रह सकते हैं (स्थायी चुंबक बना सकते हैं)।

  • इन पदार्थों के अंदर डोमेन (Domains) होते हैं जो एक दिशा में संरेखित होकर तीव्र चुंबकत्व उत्पन्न करते हैं।

  • तापमान के एक विशेष बिंदु जिसे क्युरी तापमान (Curie Temperature) कहा जाता है, के बाद ये पदार्थ अपना फेरोमैग्नेटिक गुण खो देते हैं और पैरामैग्नेटिक पदार्थों की तरह व्यवहार करने लगते हैं।

उदाहरण:

  • लोहा (Iron)
  • निकल (Nickel)
  • कोबाल्ट (Cobalt)
  • स्टील (Steel)
  • गैडोलिनियम (Gadolinium)

चुम्बक के प्रकार के बारे मे जानने के लिये यहा click करे

FAQ

चुंबकीय पदार्थ (Magnetic Material) क्या होते हैं?

चुंबकीय पदार्थ  वे पदार्थ होते हैं जो चुंबकत्व (magnetism) प्रदर्शित करते हैं। जब इन्हें चुंबकीय क्षेत्र में रखा जाता है, तो ये आकर्षण या प्रतिकर्षण का अनुभव कर सकते हैं।

फेरोमैग्नेटिक पदार्थ  वे होते हैं जिनमें बाहरी चुंबकीय क्षेत्र न होने पर भी स्थायी चुंबकत्व होता है। उदाहरण: लोहा (Iron), कोबाल्ट (Cobalt)।

चुंबकीय गुण पदार्थ के परमाणुओं में इलेक्ट्रॉनों की गति और उनके स्पिन (spin) पर निर्भर करते हैं। जब इलेक्ट्रॉनों के स्पिन एक दिशा में संरेखित होते हैं, तो चुंबकीय क्षेत्र उत्पन्न होता है।

नहीं, केवल कुछ विशेष धातुएँ ही चुंबकीय होती हैं, जैसे आयरन, कोबाल्ट, और निकेल। अन्य धातुएँ जैसे एल्युमिनियम या तांबा चुंबकीय नहीं होते।

चुंबकीय पदार्थों का उपयोग विभिन्न जगहों पर होता है जैसे:

  • ट्रांसफॉर्मर कोर

  • मोटर और जेनरेटर

  • रिकॉर्डिंग टेप्स

  • स्थायी चुंबक

  • कंपास और इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों में

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